अब और हम नही सहेंगे ।
बस अब, और हम नही सहेंगे
एक भी जवान और नही खोएंगे
शहीदोंका बलिदान व्यर्थ न जाने देंगे
मौत का बदला लेकर ही रहेंगे
पुंछ, कारगील मे सबक सिखाया था
फिर भी दुश्मन समझ न पाया था
अपनी हरकतोंसे बाझ न आया था
तब भी हमने माफ किया था
ऊरी में दहशतवाद की हद हुई थी
हमारे जवानों की मौत हुई थी
चोट हिन्दूस्थानीके दिल पर हुई थी
घर घर, गली गली, हर शहर हुई थी
अब तो आतंक की हद हो चूकी है
चालीस से जादा जवान शहीद हुये है
हर हिंदुस्थानीके दिल को ठेंस लगी है
बस अब कायर शत्रू की मौत आई है
कश्मिर हमारा है,वैसे भी रहेगा
पर पाकिस्तान तू अब नही बचेगा
हर एक वो दहशतवादी नही रहेगा
जो बुरी नजरसे हिन्दूस्थान को देखेगा
अब न हम खामोश रहेंगे
ना ही फिजुल का जुल्म सहेंगे
युद्ध खामका उन्होने छेडां है
उनको सबक सिखाके रहेंगे
जवानोंके साथ हम सब रहेंगे
जी जान से हम मिलकर लढेंगे
दुश्मन को खत्म करके रहेंगे
सिंध, पाकीस्थान हांसिल करेंगे
मिटा देंगे हम दहशतवाद को
राष्ट्र विरोधी हर एक गद्दार को
कौम की सौगंध हर हिन्दूस्थानी को
खत्म करो अब पाकीस्थान को
प्रशांत कदम,
९५९४५७२५५५.
१५-०२-२०१९.
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