Sunday, August 7, 2022

प्रशांत हिंदी कवीता , मित्र ।

 


मित्र ।


हर आफत मे एक आधार 

जो पहला दे, मित्र वही है ।


मुश्किल की घडी मे आकर 

जो सहला दे, मित्र वही है ।


खौफनाक स्थिती सहजता से 

जो टहला दे, मित्र वही है ।


दिल छूकर आंसूमे बहाकर 

जो नहला दे, मित्र वही है ।


सुनी बेचैन घडी मे दिल को 

जो बहला दे, मित्र वही है ।


किंतु परंतू को रोककर 

जो मसला दे, मित्र वही है ।


हर दुख मे साथ रहकर 

जो हौसला दे, मित्र वही है ।


प्रशांत कदम, 

गोरेगांव,  मुंबई, 

९५९४५७२५५५,



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