Friday, July 26, 2019

नफरत !

करते रहे तुम हमसे नफरत
और हो गया अचरज
दूर तो हम हो न सके
बस और पास हो गये

करते रहे हम प्यार तुम्हे
पुरे दिलो जानसे
भूला तो नहीं पा सके
बस और करिब आ गये

करते रहे तुम हमसे नफरत
और हो गया अचरज
दूर तो हम हो न सके
बस और पास हो गये

कहती रही दुनिया हमें
बस पागल और दिवाना
पर अन्जाम यहां उलटा हुआ
तुम मेरे ही हुये दिवाने

करते रहे तुम हमसे नफरत
और हो गया अचरज
दूर तो हम हो न सके
बस और पास हो गये

पूजते रहे हम सदा तुम्हे
महोबत का खुदा समजकर
मन्नत पुरी हो गयी
हैं उसीका यह असर

करते रहे तुम हमसे नफरत
और हो गया अचरज
दूर तो हम हो न सके
बस और पास हो गये

प्रशांत कदम,
९५९४५७२५५५.
२६-०७-२०१९.

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